
जब बच्चा धीरे धीरे बड़ा होता हैं और जब अपने मुंह से पहला शब्द मां, पापा बोलता हैं तो वह पल माता पिता के लिए बहुत खाश हो जाता हैं। छोटे बच्चे का बोलना उनके शारीरिक विकास का हिस्सा हैं। हर माता चाहते है उनका बच्चा जल्दी बोलने सीख जाए लेकिन कुछ देर से बोलना शुरू करते हैं फिर यहीं से माता पिता की चिंता शुरू हो जाती हैं अगर आप भी सोच रहे है छोटे बच्चों को जल्दी बोलना कैसे सिखाएं , तो यह आर्टिकल आपके लिए है इस आर्टिकल में आसान और प्रभावी तरीके बताएंगे
बच्चों के बोलने का सामान्य विकास चरण
बच्चों का बोलने का समय हर बच्चे में अलग हो होता है कुछ बच्चे जल्दी बोलना सीख जाते थे कुछ बच्चे देर से बोलना शुरू करते है लेकिन सामान्य रूप से यह इस प्रकार होता है –
- 0 से 12 महीने – बच्चा अलग-अलग आवाज़ें निकालता है।
- 12 से 18 महीने – ‘मम्मा’, ‘पापा’, ‘बाबा’ जैसे आसान शब्द बोलना शुरू करता है।
- 18 से 24 महीने – छोटे वाक्य बनाना शुरू करता है।
- 2 से 3 साल – साफ-साफ और स्पष्ट वाक्यों में बात करने लगता है।
छोटे बच्चों को जल्दी बोलना कैसे सिखाएं – असरदार टिप्स
1.बच्चे से बात करें
बच्चे को बोलना सिखाने के लिए बच्चे से संवाद करना सबसे पहला पड़ाव होता है बच्चे से रोजाना बात करें इससे बच्चा आपके शब्दों को समझने लगेगा फिर उन्हीं शब्दों को दोहराने का प्रयास करेगा। जैसे
- बच्चे को जब दूध पिलाना हो तब बच्चे से कहे चलो दूध पिएंगे
- बच्चे के साथ खिलौनों के बारे में बात करें
- छोटे और आसान शब्दों में बात करने का प्रयास करें।
- बच्चे से सवाल करें चाहे वह जवाब न दे पाए।
छोटे बच्चों को जल्दी बोलना कैसे इसका पहला जवाब यही है अपने बच्चों से बातचीत करें।
2. कहानियां और गाने सुनाएं
छोटे बच्चे को कहानियां सुनना बहुत पसंद होता हैं बच्चे कहानियां बड़े ध्यान से सुनते हैं इसके अलावा जब भी बच्चे के आस पास गाना बजता है तो बच्चे के हाव भाव देखे वह भी गाना सुनने का आनंद लेता है। बच्चे को डरावनी या हिसंक कहानी बिल्कुल न सुनाए इससे बच्चे के दिमाग पर नकारात्मक असर डलेगा।

- कहानी , कविताएं और गाने बच्चों की समझ और भाषा कौशल को बढ़ाते हैं।
- गाते समय अपने चेहरे पर हाव-भाव एक्सप्रेशन का इस्तेमाल करें।
- कहानी और कविताओं में आसान और स्पष्ट शब्द बोलें ताकि बच्चा उन्हें आसानी से समझकर जल्दी सीख सके।
3. तकनीक का सही इस्तेमाल
बच्चे जल्दी बोलना सिखाने के लिए आज बाजार में तकनीक उपकरण उपलब्ध है। यूट्यूब पर बहुत ऐसे चैनल है जो बच्चों को बोलना सिखाते है। Play store पर कुछ मोबाइल एप्लिकेशन भी मौजूद है। ध्यान रहे बच्चों को ज्यादा देर तक मोबाइल न दिखाए इससे बच्चे को मोबाइल चलाने के आदत लग सकती हैं। छोटे बच्चों को जल्दी बोलना कैसे सिखाने में तकनीक का सही इस्तेमाल करें , एजुकेशनल ऐप्स और वीडियो सीमित समय के लिए दिखाएं।
4. बच्चे की नकल करें
बच्चे की नकल करके बच्चे को बोलना सीखना एक अच्छा तरीका है। जब बच्चा कुछ बड़बड़ाना या कोई आवाज निकाले तो आप भी उसी अंदाज में अपने बच्चे की नकल करें। इससे आपके बच्चे को महसूस होने लगता है कि उसकी बात सुनी जा रही है इससे बच्चा और अधिक बोलने के लिए तत्पर रहता है। याद रखें आपका बच्चा आपका सबसे नकलची होता है। आप जितना बोलेंगे, बच्चा उतना ही सीखेगा। छोटे बच्चों को जल्दी बोलना कैसे सिखाएं नकल के ज़रिए जब बच्चा कोई शब्द बोले, तो उसकी नकल करें और दोहराएं।
5. धैर्य रखें और डॉक्टर से सलाह लें
सभी बच्चों को शारीरिक विकास की प्रक्रिया अलग अलग होती हैं कोई बच्चा जल्दी बोलना सीख जाता हैं कोई बच्चा देर से सीखता है लेकिन धैर्य रखें ये एक दिन का काम नहीं है। यदि आपको लगता है कि उम्र बढ़ने के बाद भी बच्चा ठीक से बोल नहीं पा रहा है तो आप किसी बाल रोग विशेषज्ञ या स्पीच थेरेपिस्ट से सलाह लेना उचित हो सकता है। वे समस्या का पता लगाकर सही मार्गदर्शन दे सकते हैं। छोटे बच्चों को जल्दी बोलना कैसे सिखाएं धैर्य से अगर प्रगति धीमी हो तो धैर्य रखें और ज़रूरत हो तो डॉक्टर से सलाह लें।
निष्कर्ष
छोटे बच्चों को जल्दी बोलना कैसे सिखाएं यह कोई जादू की छड़ी नहीं है इसमें माता पिता का प्यार, ऊपर बताए गए निरन्तर प्रयास और धैर्य का परिणाम है। बच्चे के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताएं, उससे लगातार बातें करें, किताबें पढ़ें, कहानियां सुनाएं और खेलें। सही वातावरण और सही प्रयास से ही आपका बच्चा जल्दी बोलना सीख सकता हैं ।